झारखंड : कोरोना का दूसरी लहर झारखंड पर किसी कहर की तरह टूटी है. रोजाना के संक्रमण के मामले और मौतों की संख्या बुरी तरह डरा रही है.
इस बीच एक राहत की खबर सामने आई है. दरअसल बीते 24 घंटों में कोरोना के सक्रिय मामलों में 831 मिले है. वहीं 1816 कोरोना मरीज स्वस्थ हुए है. जबकि 14 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण से हो गई है.
पलामू प्रमंडल की बात की जाए तो सोमवार को 48 नये पाॅजिटिव केस मिले है. जिनमें गढ़वा से 14, लातेहार से 24 और पलामू से 10 मामले मिले है. प्रमंडल में आज 144 कोरोना मरीज स्वस्थ हुए है.
झारखंड : भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए लॉकडाउन की जो प्रक्रिया चल रही है, उससे बड़ी संख्या में छात्र, अभिभावक, व्यापारी व उनके कर्मचारी परेशान हैं. स्कूल व अन्य शिक्षण संस्थान ऑनलाइन पढ़ाई करा रहे हैं.
बच्चों को किताब, कॉपी के साथ अन्य स्टेशनरी की जरूरत है. किताबें व स्टेशनरी की दुकानें नहीं खुलने के कारण उनकी पढ़ाई बाधित हो रही है. ऑनलाइन पढ़ाई होने के कारण मोबाइल व लैपटॉप की भी जरूरत पड़ रही है.
इसी प्रकार कपड़े की भी रोजाना लोगों को जरूरत पड़ती है. जूता-चप्पल, बर्तन, सैलून आदि का व्यापार भी चौपट हो रहा है. इन व्यवसायों से जुड़े लोगों व उनके कर्मचारियों के लिए भूखमरी की समस्या खड़ी हो रही है.
दास ने मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन से आग्रह किया है कि सकारात्मक सोच दिखाते हुए इनकी भी चिंता करें. साथ ही सुझाव दिया है कि जिस प्रकार बिल्डिंग मैटेरियल से जुड़ी दुकानें खुल रही हैं, उसी तरह इन व्यवसाय से जुड़े प्रतिष्ठानों को भी सप्ताह में कम से कम दो दिन खोलने की दिशा में कार्य करें.
सबसे बेहतर होता कि व्यापार को वर्गों में बांट कर दिवस निर्धारित कर सप्ताह में दो-दो या तीन-तीन दिन सभी प्रतिष्ठानों को खोलने की अनुमति दें. इससे बाजारों में भीड़ भी नियंत्रित रहेगी और इन व्यापारों से जुड़ें लोगों का भी परिवार चलता रहे. साथ ही लोगों की जरूरतें भी पूरी होती रहेगी.
गढ़वा : भवनाथपुर थाना क्षेत्र के रोहिनीया गांव में रिश्ते को कलंकित करने का मामला सामने आया है. जहाँ चचेरे चाचा ने अपनी सगी भतीजी को प्रेमजाल में फंसाते हुए शादी करने की नियत से लेकर फरार हो गया. लड़की के पिता के आवेदन के बाद पुलिसिया दबाव के बाद उक्त दोनों प्रेमी युगल ने स्थानीय थाने में आत्मसमर्पण कर दिया.
पुलिस ने लड़के को रविवार को जेल भेजते हुए लड़की को मेडिकल जाँच कराने ले गई. जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के रोहिनिया गांव निवासी जितेंद्र यादव पिता श्यामनारायण यादव का अपनी सगी चचेरी भतीजी के साथ महीनो से प्रेम प्रसंग चल रहा था.
कुछ दिनों पूर्व दोनों प्रेमी युगल को गाँव के बाहर ग्रामीणों ने आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा, जिसके बाद दोनों चाचा भतीजी ने कीटनाशक दवा खाकर आत्महत्या का प्रयास भी किया था.
गिरफ्तार जितेंद्र यादव
इसके बाद 10 दिन पूर्व दोनों चाचा भतीजी शादी करने की नियत से घर से भाग गए. लड़की पिता ने जितेंद्र यादव के विरुद्ध अपनी बेटी को बहला फुसला कर भगा ले जाने का आरोप लगाते हुए स्थानीय थाने में लिखित आवेदन दिया था.
पुलिस द्वारा जितेंद्र यादव को पकड़ने के लिए लगातार उसके घर दबाव देने गई. पुलिस की दबाव से दोनों प्रेमी युगल ने रविवार को थाना में आत्मसमर्पण कर दिया. पुलिस ने जितेंद्र यादव को गढ़वा जेल तथा लड़की को मेडिकल के लिए भेज दिया.
पलामू : जिले में शत प्रतिशत लोगों का टीकाकरण कराने को लेकर उपायुक्त शशि रंजन गंभीर हैं. शनिवार को उपायुक्त ने समाहरणालय में बैठक किया. जिले में चलाए जा रहे हैं टीकाकरण अभियान की समीक्षा भी की. इस दौरान उन्होंने 31 मई से 5 जून तक वैक्सीनेशन कैलेंडर के मुताबिक विशेष टीकाकरण अभियान चलाने का निर्देश दिया.
शनिवार को उपायुक्त शशि रंजन ने जिले के सभी प्रखंडों के लिए टीकाकरण कैलेंडर जारी किया. इस कैलेंडर के मुताबिक 31 मई से लेकर 5 जून तक विशेष अभियान चलाकर प्रखंड अंतर्गत सभी पंचायतों में प्रतिदिन दो पंचायत या अन्य निर्धारित स्थल पर वैसे नागरिकों, जिनकी उम्र 45 वर्ष या 45 वर्ष से अधिक है को टीकाकरण सुनिश्चित किया जायेगा.
इसके अलावे उपायुक्त ने संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी को टीकाकरण हेतु निर्धारित तिथि के एक दिन पूर्व संबंधित क्षेत्र में प्रचार- प्रसार कराने का निर्देश दिया ताकि लोगों में टीकाकरण के लिए जागरूकता का प्रसार हो और फलस्वरूप निर्धारित तिथि को टीकाकरण हेतु लोगों की सहभागिता सुनिश्चित हो पाये.
उपायुक्त श्री रंजन ने जिले वासियों से अपील करते हुए कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी से बचाव हेतु वैक्सीन की दोनों खुराक लेना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि वैक्सिंग पूरी तरह सुरक्षित है. वहीं इस वायरस से बचने का एकमात्र हथियार वैक्सीन ही है, उन्होंने कहा कि वह स्वयं भी वैक्सीन ले चुके हैं. उन्होंने जिलेवासियों से टीकाकरण केंद्र पर पहुंचकर टीका लेने हेतु अपील की.
केन्द्र सरकार ने कोरोना महामारी के कारण अपने माता-पिता या अभिभावक दोनों को खो दिया है. उन बच्चो को मदद के लिए आगे आई है. फ्री शिक्षा, मासिक भत्ता, स्वास्थ्य बीमा समेत 10 लाख रुपये का फिक्स्ड डिपोजिट ऐसे हर बच्चे को मिलेगा.
झारखंड : देश में कोरोना महामारी की वजह से लगभग तीन लाख 25 हजार लोगों ने अपनी जान गंवा चुके हैं. कई बच्चे ऐसे भी हैं जिन्होंने अपने माता और पिता दोनों को खो दिया. उन बच्चों की मदद के लिए केंद्र सरकार ने बड़ी कल्याणकारी योजना की घोषणा की है.
सरकार ने कोविड के कारण अनाथ हुए बच्चों के लिए कई तरह की सुविधाओं की घोषणा की है. बच्चों की स्कूली पढ़ाई के खर्चे से लेकर उनको मासिक छात्रवृत्ति सहायता देने तक के कई बड़े एलान किए हैं. यहां विस्तार से जानिए.
स्कूली शिक्षा : 11-18 साल के बीच के बच्चों के लिए
प्रधानमंत्री (PM) केयर्स फॉर चिल्ड्रन’ योजना के तहत बच्चे को केंद्र सरकार के किसी भी आवासीय स्कूल, जैसे सैनिक स्कूल, नवोदय विद्यालय आदि में प्रवेश दिया जाएगा. अगर बच्चा अपने दादा-दादी या किसी परिचित के साथ रहना चाहता है तो उसे नजदीकी केंद्रीय विद्यालय या निजी स्कूल में डे स्कॉलर के रूप में प्रवेश दिया जाएगा. फीस का भुगतान पीएम केयर्स से किया जाएगा.
स्कूली शिक्षा : 10 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए
योजना के तहत 10 साल से कम उम्र के बच्चे को नजदीकी केंद्रीय विद्यालय या निजी स्कूल में डे स्कॉलर के रूप में प्रवेश दिया जाएगा. अगर बच्चे का दाखिला किसी निजी स्कूल में होता है तो ‘पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन’ से आरटीई के नियमों के मुताबिक फीस दी जाएगी. पीएम केयर्स बच्चों की ड्रेस, किताबें और नोटबुक पर होने वाले खर्च का भी भुगतान करेगा.
हायर एजुकेशन के लिए लोन पर ब्याज माफ
मौजूदा शिक्षा ऋण मानदंडों के अनुसार, भारत में व्यावसायिक पाठ्यक्रमों और हायर एजुकेशन के लिए एजुकेशन लोन प्राप्त करने में बच्चों की सहायता की जाएगी. इस लोन पर ब्याज का भुगतान ‘पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन’ योजना द्वारा किया जाएगा. विकल्प के रूप में ऐसे बच्चों को केंद्र या राज्य सरकार की योजनाओं के तहत ग्रेजुएशन की फीस के बराबर की छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी. जो बच्चे मौजूदा छात्रवृत्ति योजनाओं के तहत पात्र नहीं हैं, उनके लिए पीएम केयर्स एक समकक्ष छात्रवृत्ति प्रदान करेगा.
FIXED DEPOSIT ( फिक्स्ड डिपोजिट )
सरकार के अनुसार, पीएम केयर्स 18 साल की उम्र पूरी करने वाले हर बच्चे के लिए 10 लाख रुपये का कोष बनाने के लिए विशेष रूप से डिजाइन की गई एक योजना के माध्यम से योगदान देगा. इस कोष का उपयोग 18 साल की आयु से अगले पांच वर्षों तक उच्च शिक्षा की अवधि के दौरान उनकी व्यक्तिगत जरूरतों को पूरा करने के लिए मासिक वित्तीय सहायता/छात्रवृत्ति देने के लिए उपयोग किया जाएगा. 23 साल की उम्र पूरी करने पर, उसे व्यक्तिगत और व्यावसायिक उपयोग के लिए एकमुश्त के रूप से कोष की राशि मिलेगी
गढ़वा : जिले के डंडई में हल्की बारिश से सड़क तलाब की शक्ल ले लेता है. तस्वीर डंडई प्रखंड के लवाही, रारो और पंघाटवा को जोड़ने वाली मुख्य सड़क है. हजारो की आबादी इसी सड़क से आवागमन करता है.
लेकिन आप सड़क की स्थिती देख सकते है. ग्रामीणों ने बताया कि जलमग्न हुई सड़क प्रखंड कार्यालय, सरकारी अस्पताल और थाना सहित दर्जनों गांव को जोड़ती है.
यह डंडई का मुख्य सड़कों में से एक है. फिर भी स्थानीय जनप्रतिनिधि व पदाधिकारी सड़क को लेकर मौन साधे हुए हैं. ग्रामीणों ने बताया कि इन दिनों हुई वारिस से सड़क जलमग्न होने से बीडीओ, सीओ सहित कई पदाधिकारी इस मुख्य सड़क को छोड़कर बाईपास से आते जाते हैं.
सिर्फ ग्रामीणों को आवागमन करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कहा कि पदाधिकारी के घोर उदासीनता के कारण सड़कों के दोनों तरफ नाली और सड़कों का उच्चीकरण नहीं हो रहा है. जिससे हल्का भी बारिश होने पर सड़क जलमग्न हो जाती है. बताया कि जब भी बारिश होती है लगभग 200 मीटर सड़क में महीनों दिन तक सड़क में एक 2 फीट तक पानी भरा रहता है.
पानी भरा रहने से सड़क दलदल किस्म का हो गया है. जिस पर लोग गिरने से बाल-बाल बच रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि चुनावी समय में प्रत्याशी बड़ी बड़ी विकास की बात करते हैं. लेकिन जनप्रतिनिधियों से लवाही,रारो पंघाटवा तक की कीचड़ युक्त सड़क भी नहीं बन पा रहा है.
शायद उन्हें जनता की समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है. ग्रामीणों ने बताया कि यदि प्रशासन चाह देगा तो 1 दिन में सड़कें दुरुस्त और दोनों तरफ नाली बन सकता है. लेकिन पिछले 5 वर्षों से यह समस्या बरकरार रह रहा है. ज्यों का त्यों समस्या रहने से हजारों लोगों को प्रतिदिन मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
झारखंड : देश में कोरोना की दूसरी लहर जारी है. देश के ज्यादातर राज्यों में लगे लॉकडाउन जैसी पाबंदियों की वजह से कोरोना के मामलों में लगातार कमी आ रही है. रोजाना 4 लाख पार कर चुका आंकड़ा अब 2 लाख के आसपास है.
झारखंड, दिल्ली, यूपी, महाराष्ट्र, हरियाणा, मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों में कोरोना के मामलों में काफी कमी दर्ज की जा रही है. कोरोना के कम होते आंकड़ों को देखते हुए कई राज्यों में 1 जून से पाबंदियों में ढील का भी ऐलान कर दिया है.
इसी कड़ी में मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान ने भी Lockdown यानी जनता कर्फ्यू में ढील देने का फैसला लिया है. यह ढील उन जिलों में ही दी जाएगी, जहां कोरोना का पॉजिटिविटी रेट 5 फीसदी से कम है.
शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री, मध्यप्रदेश
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने हमें अब अनलॉक की दिशा में जाना है, कोरोना कर्फ्यू को धीरे-धीरे हटाना है और ये आप तय करेंगे. ज़िले में क्या करना है ज़िले का क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप बैठकर तय करेगा. हम यहां से अभी दिशानिर्देश भेजेंगे. परन्तु अंतिम निर्णय ज़िले का क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप लेगा.
दूसरी तरफ झारखंड के पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के आंकड़े तेजी से कम हो रहे हैं. इसी को देखते हुए सरकार लॉकडाउन में छूट की तैयारी कर रही है. शनिवार को योगी सरकार की टीम-9 की बैठक हुई, इसमें आंशिक कोरोना कर्फ्यू को लेकर चर्चा हुई.
इस बात पर सहमति बनी कि आंशिक कोरोना कर्फ्यू में छूट देनी चाहिए. उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि राज्य में कोरोना के केस तेजी हो रहे हैं. इसलिए आंशिक कोरोना कर्फ्यू में कुछ ढील हो सकती है.
Covid-19 Bulletin Jharkhand
अब झारखंड राज्य की बात की जाए तो यहा स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह 3 जून तक लागू है. स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह (लॉकडाउन) और प्रशासन की भागीदारी से झारखंड में कोरोना की लहर कम होती नजर आ रही है.
लगातार दूसरे तिसरे दिन झारखंड में 1000 से कम कोरोना पाॅजिटिव केस मिल रहे है. वही झारखंड में रिकवरी रेट 95% के करीब है. ऐसे में झारखंड सरकार भी स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह (लॉकडाउन) में राहत देने का विचार जरूर करेगी. आने वाले 3-4 दिनों में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह को लेकर चर्चा अवश्य कर सकती है.
गढ़वा : झूरा गांव निवासी कमलेश राम की विगत रात विषैले जीव के काटने से मृत्यु हो गई थी. वह अपने परिवार के साथ पुलिस लाइन स्थित करकट के मकान में किराए पर रहता था.
पत्नी ने बताया कि विगत रात 9:00 बजे जब वह घर पहुंचे तो उन्हें बेचैनी हो रही थी तथा 3 से 4 बार उल्टी करने के बाद वह अपने शरीर पर पानी डालने लगे. थोड़ा सा आराम हुआ तो वह सो गए परंतु रात में ही उनकी मृत्यु हो गई.
मौकै पर उपस्थित झामुमो नेतागण
सुबह झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता पिपरा खुर्द निवासी ऋषभ राज चंद्रा ने मंत्री मिथिलेश ठाकुर को घटना से अवगत कराया एवं दाह संस्कार हेतु सहायता प्रदान करने का आग्रह किया.
उनके आदेशानुसार झामुमो जिला कमिटी ने मृत परिवार के घर पहुंच कर उनके दाह संस्कार का पूरा खर्च पत्नी को सुपुर्द किया. दाह-संस्कार हेतु मृत शरीर को उनके पैतृक आवास झूरा भेजा गया.
मौके पर जिला प्रवक्ता धीरज दुबे, खाद्य आपूर्ति विभाग के विधायक प्रतिनिध आशुतोष पाण्डेय, संयुक्त सचिव अभिषेक धर दुबे, गुजंन धर दुबे मौजूद थे.
सोशल मिडिया हलचल : सोशल मीडिया पर 28 मई को सुबह से एक तस्वीर बहुत तेजी से वायरल हुआ है. लोग इस तस्वीर के बारे में बता रहे है कि नवादा की 8 वर्षीय एक बच्ची की शादी 28 वर्षीय युवक से कर दी गई है. यह तस्वीर ट्विटर से लेकर अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बहुत तेजी से वायरल हुई.
लोगों ने इस तस्वीर पर अपने-अपने तरीके से प्रतिक्रिया भी दी है. सोशल मीडिया पर शादी के जोड़े का एक फोटो के साथ 8 साल की नाबालिग का 28 साल के युवक से शादी की सूचना देकर पोस्ट किया गया था. पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया.
तनू कुमारी/वायरल तस्वीर
फिर इसके बारे में चारों तरफ यह संदेश फैल गई कि बिहार में 8 साल की नाबालिग की शादी 28 साल के युवक से करा दी गई. जब इस खबर की पड़ताल की तो हैरान करने वाली सच्चाई सामने आई. स्थानीय समाचार ने काफी कोशिश के बाद तनु से संपर्क कर लिया, जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.
जिस दुल्हन की तस्वीर वायरल हो रही है उसका नाम तनु कुमारी है, तनु के मुताबिक, उसकी जन्मतिथि 1 जनवरी 2002 है. तनु कुमारी ने बताया कि उसे सोशल मीडिया पर फेक पोस्ट की जानकारी उनकी मामी ने दी थी. तनु ने बताया कि उन्हें नहीं पता कि किसने उनकी फोटो वायरल की.
तनू कुमारी और उनके पति
तनु कुमारी ने कहा, “मेरी शादी दोनों परिवारों की सहमति से हुई है. मेरी जन्मतिथि 1.1.2002 है. गलत वीडियो को वायरल न कीजिए, उसे खंडित कीजिए.” वायरल फोटो में लड़की की उम्र 8 साल की सूचना देने पर उसके ननिहाल वाले भी दुखी हैं. तनु कुमारी की शादी बीते 26 अप्रैल को शेखपुरा जिला के वर्षा गांव के सोनू कुमार से हुई है.
हजारीबाग : झारखंड के हजारीबाग जिले के कटकमसांडी चतरा रोड पर अजीबो-गरीब आकृति देखा गया है. यह तस्वीर और एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. लोग इस तस्वीर और वीडियो को देखकर अलग-अलग कयास लगा रहे हैं. कोई इसे एलियन बता रहा है, तो कोई भूत बता रहा है.
शहर के कटकमसांडी चतरा रोड पर छड़वा डैम पुल पर यह आकृति दिखी है. आकृति सामने आने के बाद लोगों के बीच सोशल साइट पर जंग छिड़ गया है, कि यह एलियन है या इंसान और फिर भूत? फिलहाल यह तस्वीर और वीडियो हजारीबाग में चर्चा का विषय बन गया है.
Viral Picture
प्राप्त खबरों के अनुसार एक युवक ने अपने मोबाइल से इसे शूट किया है. यह वीडियो हजारीबाग में धीरे-धीरे वायरल होते जा रहा है. स्थानीय लोगों का दावा है कि यह एलियन है, कोई कह रहा है यह भूत है, तो कुछ लोगों का कहना है कि वह इंसान है.
रात होने के कारण वीडियो में स्पष्ट दिखाई नहीं दे रहा है, लेकिन आकृति का लंबे लंबे हाथ और लंबे लंबे पैर है. आमतौर पर इस तहर की आकृति इंसानों की नहीं होती है. गढ़वा अपडेट सोशल मिडिया (@Garhwaupdate) इस तस्वीर की पुष्टि नही करता है.