July 2021

पलामू का कुछ ऐसा है हाल, बाढ़ से सावधान रहने का निर्देश

पलामू : पलामू में 36 घंटे से लगातार हो रही भारी बारिश ने तबाही मचा दी है. जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है. कोयल व अमानत नदियां उफनाई हुई हैं. मेदिनीनगर शहर में कोयल नदी का पानी खतरे के निशान पर पहुंचने वाला है.

कोयल नदी आज सुबह की तस्वीर

मोहम्मदगंज प्रखंड मुख्यालय स्थित भीम बराज पर उतरी कोयल नदी के बाढ़ का पानी खतरे के निशान तक पहुंच गया है. मोहम्मदगंज रविवारीय बाजार के निकट श्मशान शेड पानी में डूब गया है. रेलवे थर्ड लाइन के निर्माण कार्य में लगी मशीनें पानी में डूब गई हैं.

पलामू के रजवाडीह के एक मंदिर में घुसा पानी भगवान शिव डूबे

विश्रामपुर प्रखंड लालगढ़ गांव में ग्रामीण पेयजलापूर्ति के पंप हाउस का एप्रोच पथ कोयल नदी में आई बाढ़ में बह गया है. जिला मुख्यालय मेदिनीनगर नगर निगम क्षेत्र के कई मुहल्लों में भारी जल जमाव हो गया है. दर्जनों घरों में नाला व बाढ़ का पानी घुस गया है.

लोग अपने-अपने घरों में कैद हो गए हैं. प्रभावित क्षेत्र के लोगों का कहना है कि घर व मुहल्ले तालाब बन गए हैं. ऐसे में रहना मुश्किल हो गया है. शहर का सीवरेज व ड्रेनेज सिस्टम ठप हो गया है. लगातार बारिश के कारण बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है.

नहर में पानी लबालब

शहर की 80 प्रतिशत दुकानें नहीं खुली हैं। सड़कों पर सन्नाटा पसर गया है. एनएच 98 पंडवा मोड़-हरिहरगंज-औरंगाबाद व एनएच 75 मेदिनीनगर-रांची मुख्य पथ पर जल जमाव हो गया है. इससे वाहनों का परिचालन प्रभावित हो गया है.

तलाब में भरा पानी

इधर मेदिनीनगर, हुसैनाबाद, हैदरनगर, हरिहरगंज, छतरपुर, नौडीहा, चैनपुर, सतबरवा, पांकी, लेस्लीगंज, मनातू, पाटन, तरहसी, नीलांबर-पीतांबरपुर, रामगढ़, छतरपुर, नावाबाजार, उंटारी रोड, मोहम्मदगंज, पांडू समेत सभी प्रखंडों में बारिश जारी है. प्रशासनिक स्तर पर नदी किनारे बसे लोगों को बाढ़ से सावधान रहने का निर्देश दिया गया है.

झारखंड के शिक्षा मंत्री 12वीं में हुए फेल, कहा अगले साल दूंगा परीक्षा, जानिए पूरी सच्चाई

झारखंड : राज्य शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो बारहवीं में फेल हो गए, ऐसा हम नहीं बल्कि राज्य की प्रसिद्ध न्यूज़ चैनल और सोशल मीडिया पर इस तरह की खबरें प्रकाशित की जा रही है.

हमने सच्चाई जाने की कोशिश की तो हमें पता चला कि राज्य के शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो ने 2020 के अगस्त माह में 11वीं में दाखिला लिया था. शिक्षा मंत्री ने खुद के स्थापित देवी महतो स्मारक इंटर महाविद्यालय नावाडीह में इंटर में अपना नामांकन कराया था.

अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि मंत्री जी एक 11वीं में है तो फिर 12वीं में फेल कैसे हो सकते हैं. यह खबर वायरल होने के बाद अभी तक शिक्षा मंत्री के तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

आज़ एक साल बाद ही social media उनके 12वीं फेल होने की खबरें चल रही हैं कि वो 12वीं फेल हो चुके हैं. पूरे भारत में पुरानी शिक्षा नीति (जो अभी भी चल रही है) के अनुसार इंटर का कोर्स 2 साल का होता है. तो मंत्री जी को एक ही साल में इंटर करने का मौका कैसे मिल सकता है?
ये कैसे संभव है?

शिक्षा मंत्री बहुत बीमार थे, चेन्नई से इलाज करा के लौटे हैं. वो वार्षिक परीक्षा नहीं दे सकते थे, लेकिन इस बार 11वीं की परीक्षा भी नहीं हुई है, इस प्रकार वो 11वीं से 12वीं में प्रमोट हो चुके हैं. उनके फेल होने की खबरें अफ़वाह हैं, या किन्हीं शरारती तत्वों द्वारा जानबूझकर चलाई जा रहीं हैं. शिक्षा मंत्री अगले वर्ष 2022 में 12वीं बोर्ड का एग्जाम लिखेंगे.

सोशल मीडिया पर यह खबर वायरल हो रही है

राज्य के शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो बारहवीं में फेल हो गए हैं. फिर भी उन्होंने आस नहीं छोड़ी है. दरअसल इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम घोषित करने को लेकर झारखंड एकेडमिक काउंसिल कार्यालय आज शाम शिक्षा मंत्री पहुंचे थे.

शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि जितनी मेहनत हमने रिजल्ट जारी करने के लिए किया इतनी मेहनत जैक बच्चों की पढ़ाई के लिए करेगा तो रिजल्ट और भी बेहतर होगा. स्कूल में बच्चों की पढ़ाई के लिए व्यवस्था सुदृढ़ हो इस पर फोकस करना होगा. साथ ही कहा कि उन्होंने भी इंटरमीडिएट में नामांकन लिया था.

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लेकिन कोरोना महामारी के कारण वह ना तो परीक्षा की तैयारी कर सके और ना ही उनके रिजल्ट का ही प्रकाशन इस बार हो सका. उन्होंने कहा कि पूरे विश्व के साथ-साथ शिक्षा व्यवस्था और वह खुद इस कोरोना के कारण काफी प्रभावित हुए हैं और इसी वजह से उनका यह साल बर्बाद हो गया. आने वाले समय में अगर जिंदा रहा तो वह इंटर पास जरूर करेंगे.

लगभग 100 दिन बाद अनलॉक हुआ अपना झारखंड

झारखंड : लगभग 100 दिन के बाद झारखंड में एक बार फिर से जनजीवन सामान्य हो रहा है. शुक्रवार को CM हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में हुई आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक में लॉकडाउन में कुछ शर्तों के साथ छूट देने का फैसला लिया गया है. इसके तहत राज्य में अब स्कूल-कॉलेजों को खोलने का निर्णय लिया गया है.

क्या-क्या खोलने की मिली अनुमति

1. सब जिलों में सभी दुकानें 8 बजे अपराह्न तक खुल सकेंगे.

2. रेस्तरां और बार 10 बजे तक खुल सकेंगे.

3. सभी सरकारी एवं निजी कार्यालय 100% मानव
संसाधन के साथ खुल सकेंगे.

4. शनिवार की शाम 8 बजे से सोमवार के सुबह 6 बजे तक सभी दुकानें (सब्जी-फल – किराना/ रेस्तरां/
बार, खाने पीने की सामग्री और आवश्यक सेवाओं को छोड़ कर बंद रहेंगी.

5. सिनेमा हॉल, बार, मल्टीप्लेक्स, रेस्तरां 50% क्षमता के साथ खुल सकेंगे.

6. क्लब भी खुल सकेंगे.

7. सभी विद्यालयों और कॉलेज में सभी शिक्षक और गैर शैक्षणिक कर्मी उपस्थित रहेंगे.

8. विद्यालय में कक्षा 9,10,11,12 खुल सकेंगे.

9. ऑनलाइन शिक्षा जारी रहेगी. अभिभावक की अनुमति अनिवार्य होगी. अधिकतम 4 घंटे पढाई
होगी. 12 बजे अपरान्ह तक पढाई होगी.

10. कॉलेज में UG और PG की अंतिम वर्ष की कक्षा खुल सकेंगी. ऑनलाइन शिक्षा जारी रहेग.

12. ITI/ कौशल विकास केंद्र/ पालीटेक्निक खुल सकेंगे. ऑनलाइन शिक्षा जारी रहेगी. विद्यार्थियों का कम से कम एक टीका अनिवार्य होगा.

13. कोचिंग संस्थान में 18 वर्ष से अधिक के विद्यार्थियों के लिए कक्षा खुल सकेंगी. ऑनलाइन शिक्षा जारी रहेगी. कमरे की 50% क्षमता का ही उपयोग किया जाएगा. विद्यार्थियों और शिक्षकों का कम से कम एक टीका अनिवार्य होगा.

14. खुले शैक्षणिक संस्थानों में विद्यार्थियों और शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों का समय समय पर covid टेस्ट किया जाएगा.

15. अन्य शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे.

16. आँगन वाणी केंद्र बंद रहेंगे पर लाभुकों को घर पर खाद्य सामग्री उपलब्ध करायी जायेगी.

17. खुली जगह पर 100 व्यक्ति से अधिक के इकठ्ठा होने पर प्रतिबंध रहेगा.

18. बंद जगह पर 50% क्षमता या 100 व्यक्ति, जो कम हो, से अधिक के एकत्रित होने पर प्रतिबंध रहेगा.

19. धार्मिक स्थल श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेंगे.
जुलूस पर रोक जारी रहेगी.

20. अंतरराज्यीय बस परिवहन की अनुमति दी गई.

21. राज्य सरकार / भारत सरकार की संस्थाओं द्वारा आयोजित परीक्षा करायी जायेगी. राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा की भी अनुमति दी गई.

22. कॉलेज में UG और PG की फाइनल ईयर की परीक्षा की अनुमति दी गई.

23. मेला और प्रदर्शनी पर रोक जारी रहेगी.
स्विमिंग पूल बंद रहेंगे.

24. दूसरे राज्य से झारखंड आने के लिए या झारखंड से दूसरे राज्य जाने के लिए ई पास आवश्यक नहीं होगा.

25. सार्वजानिक स्थान पर मास्क पहनना और सामजिक दूरी बनाए रखना अनिवार्य है.

26. आदेश के उल्लंघन की स्थिति में आपदा प्रबंधन अधिनियम की सुसंगत धारा अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज कर कार्यवाही की जाएगी.

27. उक्त आदेश अगले आदेश तक प्रभावी रहेगा.

गढ़वा : पुण्यतिथि पर याद किए गए पलामू के ‘गांधी पूरनचंद’

गढ़वा : पलामू के गांधी प्रखर स्वतंत्रता सेनानी क्रांतिकारी समाजवादी नेता पलामू के प्रथम कैबिनेट मंत्री, गरीबों के मसीहा पिछड़ों की आवाज पूर्ण चंद्र जी के पुण्यतिथि के अवसर पर उनके प्रतिमा पर माल्यार्पण करके श्रद्धांजलि अर्पित की गई एवं उनके बताए हुए रास्ते पर चलने का प्रण लिया गया.

माल्यार्पण करते सांसद प्रतिनिधि चंदन जयसवाल

श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित थे गढ़वा नगर परिषद सांसद प्रतिनिधि चन्दन जायसवाल, रूपेश गुप्ता, अमित केसरी, संजय सिंह अग्रहरी, अनीश सिंह, अनिल कुमार, सुशील कुमार, शशी भूषण श्रीवास्तव, गुड्डू गुप्ता, साकेत मालाकार, अमित कुमार गोरख, रिंकू गुप्ता, रितेश केशरी, गुपुत महतो.

JAC बोर्ड 10वीं में प्रैक्टिकल में 20 से अधिक अंक पर मत चौंकिए, पढ़िए

झारखंड : कल झारखंड बोर्ड 10वीं के रिजल्ट जारी किए गए. यहां पर मार्किंग स्कीम 80:20 के अनुपात में है लेकिन झारखंड बोर्ड 10वीं में Home Science, Music और IIT (Introductory Information Technology) जैसे सब्जेक्ट भी होते हैं.

इनके थिअरी और प्रैक्टिकल में 40:60, 60:40, 70:30, 75:25 जैसे कई अनुपात होते है. अतः किसी के प्रैक्टिकल में 20 से ज्यादा नंबर देखकर मत सेंटियाइए. इंटर्नल यानी प्रैक्टिकल में अधिकतम 40 तक आ सकता है. स्टेट बोर्ड को गाली देने और कोसने को पैशन मत बनाइए, रिजल्ट में कोई गड़बड़ी नहीं है.

दरअसल समस्या यहां है कि झारखंड बोर्ड के ज्यादातर स्कूल गांव में हैं. इन स्कूलों में हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत भाषा के रूप में तथा गणित, विज्ञान और सामाजिक अध्ययन अनिवार्य विषय के रूप में पढ़ाए जाते हैं. अतः इन स्कूलों के बच्चों को iit, Music जैसे सब्जेक्ट्स और इनके मार्किंग स्कीम के बारे में पता नहीं है. संभावना यह है कि किसी ने रजिस्ट्रेशन के समय अतिरिक्त विषय में संस्कृत के जगह म्यूजिक या इन सब्जेक्ट में से किसी एक को चुन लिया होगा.

अब झारखंड में शिक्षा और शिक्षा के प्रति जागरूकता का हाल किसी से छिपा नहीं है. उस बच्चे को यह मार्किंग स्कीम पता नहीं होगा और अचानक इंटरनल में 20 से ज्यादा मार्क्स को देखकर चौंक गया होगा. रही सही कसर आसपास के लोगों ने उसके रिज़ल्ट को पुरे झारखंड में फैलाकर पूरा कर दिया होगा.

हमें इस तरह की आधी अधुरी खबरों को नहीं फैलाना चाहिए. इससे बोर्ड की छवि खराब होती है और छात्रों का मनोबल नीचा होता है. हमें कोरोना के इस नकारात्मक माहौल में भी सकारात्मकता ढूंढनी चाहिए.

कल अब तक सैकड़ों लोग WhatsApp पर और फेसबुक पर रायता फैलाए जा रहे हैं और मेसेज करके वो रिज़ल्ट भेज रहे हैं, बात ज़रूरत से ज्यादा बढ़ रहा है. स्थिति ऐसी हो चुकी है टॉपर के रिजल्ट को कोई पूछ भी नहीं रहा. और ये 21, 25, 57 जैसे इंटरनल मार्क्स लोगों के कौतूहल का विषय बन चुके हैं.

गढ़वा : प्रमोद संस्कृत विद्यालय अनदेखी का शिकार

गढ़वा : गढ़वा मुख्यालय का एक मात्र देवभाषा संस्कृत विद्यालय जो 1915 ई से स्थापित है, आज अपने हालात पर आठ आठ आँसू बहा रहा है.

कभी प्रथमा से लेकर आचार्य तक की पढ़ाई इस विद्यालय की पहचान हुआ करता था. पूर्व में यह तोल विद्यालय के रूप में जाना जाता था जो पूर्व काल में संस्कृत तोल विद्यालय कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय संचालित था.

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बाद में 1978 में वर्गीकृत कर नवीन शिक्षा प्रणाली द्वारा शिक्षा प्रदान किया जाने लगा। तत्कालीन प्रधानाध्यापक रघुनन्दन शर्मा के बाद बिहारी मिश्रा रहे तद्पश्चात 1981 में प्रभात कुमार सिन्हा की नियुक्ति हुई।वर्तमान में यह विद्यालय सिंकदर राम प्रधानाध्यापक के देख रेख में चला.

विगत वर्ष जून में उनकी मृत्यु कोरोना काल में हो गई इस दौरान कोरोना काल में देश के सभी विद्यालय बंद चल रहे हैं, अब नए सिरे से यह विद्यालय प्रबंध समिति के आलोक में संचालित होगा पूर्व में इस विद्यालय में संस्कृत बोर्ड की स्थापना में 6+1 पद की स्वीकृति प्रदान
है.

प्रेस कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित

अर्थात 6 शिक्षक और एक आदेशपाल जबकि यहां वर्तमान में प्रथम से अष्टम तक अध्ययन अध्यापन की मान्यता प्राप्त है. आज भी रसोइया को सरकार की ओर से मानदेय प्राप्त हो रहा है.

गढ़वा : प्रमोद संस्कृत विद्यालय को पुनः संचालित करने की मांग

गढ़वा : शहर में 1915 में स्थापित प्रमोद संस्कृत विद्यालय को संचालित करने और शहर के बीचो बीच में स्थित मां गढ़देवी मंदिर को खोलने की मांग को लेकर भाजपा नगर मंडल गढ़वा के पदाधिकारियों ने उपायुक्त राजेश कुमार पाठक से मुलाकात की और मांग पत्र सौंपा है.

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• गढ़वा के गढ़देवी मंदिर खुलवाने के संबंध में

• सोनपुरवा स्थित संस्कृत विद्यालय सरकार के द्वारा बंद करने के आदेश को निरस्त कर चालू कराने के संबंध में.

उपायुक्त को मांगपत्र सौंपने वालों में भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष उमेश कश्यप, महामंत्री यशवंत मिश्रा, मंत्री दामोदर गुप्ता, जिला उपाध्यक्ष राजीव रंजन तिवारी, ओबीसी मोर्चा पलामू प्रमंडल प्रभारी विनय चंद्रवंशी, भाजयुमो नगर मंडल अध्यक्ष रंजीत चौरसिया भाजपा नेता ओंकार तिवारी सहित अन्य लोग उपस्थित थे.

मांग पत्र सौंपने वाले भाजपा नेतागण

प्रमोद संस्कृत विद्यालय क्यों बंद है

भाजपा नेता उमेश कश्यप ने बताया कि प्रमोद संस्कृत विद्यालय वर्ष 1915 से स्थापित है. विद्यालय के सभी शिक्षक सेवानिवृत्त हो चुके हैं. विद्यालय मात्र एक शिक्षक के जिम्मे में संचालित था जिनका 22 मई को रांची में निधन हो गया. उक्त कारण शिक्षक के अभाव में पुनः विद्यालय बंद हो गया है.

शिक्षकों की नियुक्ति भी नहीं की गई है और विद्यालय में प्रबंध समिति के गठन नहीं हो सका है. नतीजतन स्कूल बंद हो गया है. उन्होंने डीईओ से जिला का शैक्षिक धरोहर विद्यालय के संचालन के लिए पुन: समिति गठन कर विद्यालय का संचालन करने की मांग किया है ताकि इसका लाभ गढ़वा के बच्चों को मिल सके.

स्पेशल ट्रेन का 30% अधिक किराया, कोई पास नहीं आएंगे काम

Indian Railway : स्पेशल ट्रेन के नाम पर यात्रियों की जेब ढीली करने के लिए रेलवे ने 30 सितंबर तक ट्रेनों को विस्तार देते हुए स्पेशल ट्रेन के रूप में चलाने का निर्णय लिया है. सामान्य किराया में 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ स्पेशल किराया लिया जा रहा है. जबकि सुविधा के नाम पर यात्रियों को कुछ नहीं दिया जा रहा है.

सब पहले जैसी ही व्यवस्था है. रांची रेल डिवीजन से लेकर रेल मंत्रालय तक अधिकारी कोरोना का बहाना बनाकर स्पेशल ट्रेन के नाम पर यात्रियों से अधिक किराया वसूल कर रहे हैं. वहीं, इसे पॉलिसी मैटर बता कर पल्ला झाड़ रहे हैं.

सुविधाओं के नाम पर ट्रेन यात्रियों से बेडशीट और खाना भी छीना, दोहरी मार, किराया भी बढ़ा दिया सुविधाओं के नाम पर यात्रियों से बेडशीट छीन लिया गया.

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इसे कोरोना का बहाना दिया गया. बेडशीट लेने के बाद भी रेलवे ने किराया घटाने की जगह बढ़ा दिया. वहीं, स्टेशन पर प्राइवेट कंपनियों को रेलवे ने काउंटर देकर बेडशीट बेचने की अनुमति दी है. रेलवे दोनों तरफ से मुनाफा कमाने में लगा है.

एक प्राइवेट कंपनी को स्टेशन पर जगह देने का पैसा ले रहा है. वहीं, स्टॉल संचालक बेडशीट के कीमत इतना बढ़ाकर रखे हैं कि यात्री घर से बेडशीट ले जाना उचित समझ रहे हैं.

गढ़वा में भारी बारिश, कार सहित ट्रैक्टर और पिकअप नदी में बहा

गढ़वा : मंगलवार से जारी बारिश में नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया है. जिले में रात से रुक-रुककर हो रही बारिश के कारण गढ़वा शहर में दानरो नदी में धोने के लिए खड़े दो वाहन तेज धार में बह गए.

बाद में पुलिस व स्थानीय लोगों के सहयोग से इस वाहन के चालकों को सुरक्षित निकाला गया. बारिश के कारण जिला मुख्यालय सहित विभिन्न क्षेत्रों के नदियों में बाढ़ आ गई है. बुधवार की सुबह गढ़वा-कल्याणपुर मार्ग पर गढ़वा परिसदन के पास दानरो नदी में अचानक आई बाढ़ के तेज धार में पिकअप वैन और कार खिलौने की तरह बह गए.

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बाढ़ के कारण कार का ड्राइवर हकीक आलम व उसकी कार पानी के तेज धार के कारण आधा किलोमीटर दूरी तक बह गई थी. बाद में उपस्थित लोग ने रस्सी सहित अन्य सामग्री की सहायता से कार के ड्राइवर व कार को किसी तरह नदी से बाहर निकाला.

इधर नदी में अचानक आई बाढ़ के दौरान पिकअप का ड्राइवर बृजदेव विश्वकर्मा गाड़ी में ही फंस गया था. जिसे रेस्क्यू कर सीआरपीएफ के जवानों व मौके पर उपस्थित लोगों ने रस्सी के सहारे नदी से बाहर निकाला.

तेज बारिश ने बंशीधर नगर अनुमंडल के विभिन्न गांवों में काफी क्षति पहुंचाया

श्री बंशीधर नगर बांक़ी नदी में बढ़ा जलस्तर

बांकी एवं लौंगा नदी रौद्र रूप में बह रही है. विभिन्न स्थानों पर इन नदियों पर बने पुल के ऊपर से नदी का पानी बह रहा है. पुल के ऊपर से पानी बहने के कारण विभिन्न गांवों का संपर्क भी अनुमंडल मुख्यालय से टूट गया है.

नगर पंचायत श्री बंशीधर नगर कार्यालय के ठीक सामने इस वर्ष निर्मित पुल के पूरब में सूर्यमंदिर और किला को प्रोटेक्ट करने वाला गार्डवाल क्षतिग्रस्त हो गया है.

गार्डवाल क्षतिग्रस्त होने से प्राचीन सूर्यमंदिर और किला को खतरा है. पुल निर्माण के लिए निकली मिट्टी का सही उपयोग नहीं होने और पुल का ड्राइंग दोषपूर्ण होने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है.

पहले भीषण बारिश के बाद भी ऐसे हालात उत्पन्न नहीं हुए हैं. वहीं प्रखंड अंतर्गत कोलझिकी गांव में दो दर्जन से अधिक लोगों के घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है.

वहीं खेत की जोताई कर रहा ट्रैक्टर भी बाढ़ में बह गया है. बारिश के कारण लोगों को खाने का भी संकट उत्पन्न हो गया है. लोगों के घरों में रखा गया

गढ़वा : भवनाथपुर में भाजपा मंडल कार्यकारिणी की बैठक

गढ़वा | भवनाथपुर : भारतीय जनता पार्टी मंडल ईकाई भवनाथपुर के कार्यकारिणी की बैठक भाजपा मंडल अध्यक्ष सोनाकिशोर यादव की अध्यक्षता में भवनाथपुर प्रशाल में सम्पन्न हुआ.

कार्यक्रम की शुरुवात पंडित दीनदयाल उपाध्याय, डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी एवं पंडित अटल बिहारी वाजपेयी के चित्रों पर पुष्पांजली, माल्यार्पण एवं द्वीप प्रव्जलन कर जिला उपाध्यक्ष उमेन्द्र यादव, जिला महामंत्री विकाश स्वदेशी, जिला मंत्री मधुलता कुमारी भाजपा महिला मोर्चा जिला अध्य्क्ष अनिता गुप्ता के द्वारा किया गया.

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मंडल कार्यसमिति के पदाधिकारियों के द्वारा सभी उपस्थित अतिथियों को बुके एवं अंगवस्त्र से सम्मानित किया गया. अध्यक्षीय अभिभाषण में मंडल अध्य्क्ष ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि संगठन की मजबूती कमिटी की पहली प्राथमिकता होगी साथ ही मंडल के सभी जनमानस को केंद्र एवं राज्य से संचालित जनहित की योजनाओं का लाभ मिले यह मंडल कमिटी सुनिश्चित करेगी माननीय विधायक भानु प्रताप शाही एवं सांसद श्री विष्णुदयाल राम जी के अगुवाई में इस मंडल में अनेकानेक जनहित के कार्य हुए और हो रहे हैं.

मौके पर मंडल उपाध्यक्ष विपिन चौबे,महामंत्री सुनील सिंह, भानु गुप्ता, मंडल मंत्री रवि पाल,bकिसान मोर्चा मंडल अध्यक्ष ब्रजेश चौबे, अनुशुचित जाति मोर्चा अध्यक्ष सुनील राम, महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष संगीता गुप्ता, मंडल मंत्री कांति खलको, प्यारेमोहम्मद अंसारी, अजीत चौबे, राम पवन विश्वकर्मा, उदय चंद्रवंशी, अनिता प्रकाश, रीना देवी, पूजा देवी, सोनी देवी, सुनील पासवान, चंद्रदेव रावत, सूर्यदेव रावत सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे. सभा का संचालन मंडल महामंत्री भानु गुप्ता एवं धन्यवाद ज्ञापन विपिन चौबे के द्वारा किया गया गया.