गढ़वा : झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला प्रवक्ता धीरज दुबे ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बाबूलाल मरांडी पर हमला बोला है उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी गढ़वा की धरती पर आकर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने मानसिक संतुलन खो दिया है। भाजपा में खोए हुए जमीन को प्राप्त करने के लिए वह लगातार अनाप-शनाप कार्य एवं बयानबाजी करते आ रहे हैं।
झारखंड विकास मोर्चा में रहकर लगातार भाजपा को कोसने वाले बाबूलाल मरांडी हर भाजपा का गुणगान करते फिर रहे हैं। जनता उनके दोहरे चरित्र को भलीभांति समझ रही है और भविष्य में उन्हें अपनी विधायकी से भी हाथ धोना पड़ेगा। गढ़वा पहुंचे बाबूलाल मरांडी को पूर्व विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी से उनके दस वर्ष के कार्यकाल का विधायक निधि की राशि का ब्यौरा लेना चाहिए था परंतु अपने गिरेबान में न झांकते हुए बाबूलाल पूर्व विधायक सत्येन्द्रनाथ तिवारी के सिखाए गए शब्दों को अपनी आवाज दे रहे हैं। दूसरे के बहकावे पर अगर इस तरह की अनर्गल बयानबाजी से बाबूलाल बाज नहीं आते हैं तो भविष्य में गढ़वा की जनता उन्हें सीमा के अंदर प्रवेश नहीं करने देगी।
2009 में उन्हीं के पार्टी के टिकट पर विधायक बने सत्येंद्रनाथ तिवारी ने 2014 में उन्हें धोखा देते हुए भाजपा का दामन थाम लिया आज बेबस और लाचार बाबूलाल उन्हीं के साथ मंच साझा करने को मजबूर है। पूर्ववर्ती रघुवर सरकार में पूरे राज्य में खनिज सम्पदा का लूट मचा हुआ था। गढ़वा जिला इसका केंद्र बना हुआ था। जिले में बालू का अवैध उठाव बड़े पैमाने पर किया गया। जिसमें पूर्व विधायक के लोग ही सम्मिलित थे।
बालू को लेकर जिले में जतपुरा नरसंहार जैसी घटनाएं हुईं थी परंतु इस मामले पर आज बाबूलाल धृतराष्ट्र बने हुए हैं। बाबूलाल मरांडी को पूर्व विधायक से यह पूछना चाहिए था की गढ़वा के चिनिया में अधिष्ठापित स्टोन क्रशर आज गधे की सिंघ की तरह गायब क्यों हो गए? फरठिया मोड़ पर लगा हुआ स्टोन क्रशर आज बंद क्यों पड़ा हुआ है? मुंगेरीलाल के हसीन सपनों की तरह बाबूलाल भी भविष्य के सपनें संजोए हुए भाजपा का दामन थामा है परंतु जनता उनके सपनों को चूर-चूर करने का काम करेगी।